विश्व मलेरिया दिवस पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

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बैकुंठपुर:- 25 अप्रैल 2025 को विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर ‘‘न्यू लाईफ‘‘ इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के शिक्षकों, पंचम एवं द्वितीय सेमस्टर के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में बैकुण्ठपुर स्थित कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी, सभाकक्ष परिसर में कार्यशाला का आयोजन किया गया।

दुनिया भर में प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता हैं यह खास दिन लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।

प्रतिवर्ष सभी देश के नागरिकों को रोगमुक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस का थीम ‘‘मलेरिया इन्ड वीथ अस: रीइन्वेस्टमेन्ट, रीइमैजिनेशन, रीवाइवल‘‘ अर्थात् मलेरिया हमारे साथ समाप्त होता हैं पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनर्जीवन हैं यह थीम बताती है कि समय के साथ अब मलेरिया के खिलाफ जंग के लिए नई सिरे से प्रतिबद्धता, नवाचार और सहयोग की जरूरत हैं।

धंधंंनशंविश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय की गई यह थीम न केवल सरकारों और संगठनो को प्रेरित करता हैैं, बल्कि आम जनता को भी इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करता हैं मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है। बरसात या वातावरण के नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी का प्रसार होता है। मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण है, जैसे-बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी होती है। वहीं बीमारी को नजर अंदाज करना जानलेवा हो सकता है।

हर साल भारत में मलेरिया के हजारों मामले सामने आते हैं और कई रोगियों की तो मलेरिया से जान चली जाती है। मलेरिया की गंभीरता और इसे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है। मलेरिया दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक के मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन एवं ‘‘न्यू लाईफ‘‘ इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के समस्त शिक्षकों की उपस्थिति में किया गया।


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